भारत एक लोकतंत्र राष्ट्र है और लोकतंत्र का चौथे स्तंभ के नाम पर धज्जियां उड़ाने का मामला प्रकाश में आया है। इस तस्वीर में आप जिस वयक्ति को देख रहें हैं। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इसका नाम अभिषेक द्विवेदी है इसका नाभास टाइम्स के नाम से यूट्यूब और फेसबुक पेज चलता है ये अपने आपको कथित पत्रकार बताता हैं? क्या एक पत्रकार को अवैध हत्यार रखने का परमिशन किसने दिया क्या ये पिस्टल दिखा कर अपने आप को बाहुबली साबित करना चाहता है? कंही इसका संबंध आतंकी ग्रुप से तो नही है? क्या पत्रकारिता के आड़ में ये हथियार की तस्करी तो नही करता है? आखिर ये पिस्टल इसके पास आया कँहा से? सूत्रों के हवाले से और बातें भी सामने आई है कि मुफ्फसिल थाना पश्चिमी चंपारण जब अपने स्तर से एक केस की अनुसंधान कर रही थी उसमें भी जाकर वो वैयवधान डाल रहा था। साथ हिं हमेशा ये वंदा स्टेशन के नजदीक गंजेड़ी – नशेड़ी गुण्डा मवालियों के साथ नज़र आ ही जायेगा आर्म्स की स्मगलिंग के साथ कहीं शराब, चरस, स्मैक, गांजा, का भी कारोबार तो नही करता है? आखिर सरकार मूक दर्शक क्यों बनी हुई है? गरीब और मजलूमों के हक के लिए आवाज उठाने वाली मीडिया का नाम बेंच कर ऐसे लोग कंही आर्म्स की तस्करी तो नही करता हैं? पत्रकारिता के आड़ में ऐसे लोगों के वजह से अच्छे पत्रकार भी बदनाम हो रहे हैं। जब पत्रकारिता के नाम पर ऐसे लोग पत्रकारिता करेंगे तो आम जन मानस कैसे सुरक्षित रहेगी? जी हाँ हम बात कर रहें हैं बिहार के पश्चिमी चम्पारण जिले की जहां के एक ऐसे तथा कथित पत्रकार की तस्वीर जो हाथों में अवैध हथियार पिस्टल लहराने की ये तस्वीर वायरल हो रही है। साथ हिं अगर कोई पत्रकार इसे बोले कि आप गलत कर रहें हैं तो जान से मारने की धमकी व गलत तरीके से फसाने की धमकी देता है। ये तस्वीर प्रशासन तथा सरकार पर सवालिया निशान खड़ा करती हैं? जब ये वायरल तस्वीर हमारी न्यूज़ एजेंसी के पास पंहुची जो बहुत सारे चैनल पर ब्रॉडकास्ट हो रही है। हालांकि हमारी न्यूज़ इस वायरल तस्वीर की पुष्टि नहीं करती है। लेकिन हमारी यहां के स्थानीय प्रशासन से अपील है कि इस मामले को गंभीरता से ले कर जांच अथवा छानबीन कर इस मामले का निपटारा करे ताकि समाज में चैन और सुकून बना रहे ।