जमीन विवाद को लेकर दो अक्टूबर को देवरिया में नरसंहार के पीड़ित परिवारों से मिलने आ रहे पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के कार्यक्रम को लेकर प्रशासन अलर्ट पर रहा। देवरिया में अखिलेश के रूट को ध्यान में रखते हुए रातोंरात सड़क बना दी गई। पीडब्ल्यूडी ने अखिलेश के पहुंचने से ठीक एक दिन पहले सड़क को चमका दिया। वहीं, गौरीबाजार से लेकर रुद्रपुर और फतेहपुर गांव तक चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात रही।
रविवार को पूरे दिन फतेहपुर गांव में तैयारी होती रही। एक तरफ जहां टूटी हुई सड़क की मरम्मत हो रही थी तो वहीं दूसरी तरफ सड़क के किनारे के झांड़ झंखाड़ भी मजदूरों को लगवाकर साफ कराए गए। यही नहीं पीडब्लयूडी ने बैरिया चौराहे से लेकर श्रीकृष्ण इंटर कॉलेज तक करीब 5 सौ मीटर सड़क पिच कराया। इस दौरान बड़ी संख्या में मजदूर लगे रहे।
रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के लेड़हा गांव में दो अक्तूबर को हुए नरसंहार में छह लोगों की हत्या हुई थी। हत्याकांड की जांच के लिए सपा का एक प्रतिनिधिमंडल पिछले दिनों फतेहपुर गांव पहुंचा था। प्रतिनिधिमंडल ने अभयपुर और लेड़हा टोला पर जाकर घटना के बारे में जानकारी ली थी। नेताओं ने अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को दी जिसके बाद पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने फतेहपुर आने का निर्णय लिया।
इसके लिए पार्टी ने जिला प्रशासन को सूचना दी। इसकी जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन सतर्क हो गया। बैरिया चौराहे से पूर्व सीएम को किस मार्ग से गांव में ले जाना है, इस पर रविवार को अधिकारी चर्चा करते रहे। वहीं गांव में जाने वाली टूटी सड़क की मरम्मत कराने में मजदूरों के साथ पीडब्लूडी के कर्मचारी देर शाम तक लगे। बैरिया चौराहे से लेकर श्रीकृष्ण इंटर कॉलेज तक करीब 5 सौ मीटर नई पिच बनाई गई है।
सपा कार्यकर्ता भी संभाले रहे कमान
अखिलेश यादव के फतेहपुर गांव में आने की जानकारी पर सपा कार्यकर्ता पिछले कई दिनों से तैयारी में जुट गए थे। सोमवार को पूरे रूट पर उनकी मौजूदगी रही। आजमगढ़ और मऊ जिले से आ रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने कपरवार में रोक दिया तो इससे नाराज सपा के पूर्व सांसद लालगंज दरोगा प्रसाद की अगुआई में बड़ी संख्या में सपाइयों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की। फिर पुलिस घेरा तोड़कर आगे बढ़ गए।