पटना, बिहार विधानसभा का बजट सत्र काफी हंगामेदार चल रहा है। मंगलवार को सदन की कार्यवाही के दौरान विपक्ष और सत्तापक्ष के विधायकों के बीच तीखी बहस हो गई। बीजेपी विधायक लखेंद्र पासवान पर माइक उखाड़ने का आरोप लगा है। वहीं, नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने इसे खारिज करते हुए सत्ता पक्ष के विधायकों पर वेल में उतरकर गुंडागर्दी करने का आरोप लगाया है। सत्ता पक्ष और विपक्ष, दोनों तरफ के विधायक वेल में उतर गए और हंगामा करने लगे। इसके बाद स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
बिहार विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। मंगलवार को सदन में तेजस्वी यादव पर हो रही ईडी की कार्रवाई को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोंकझोंक शुरू हई। प्रश्नकाल के दौरान बीजेपी के सदस्यों ने तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग की और भ्रष्टाचार का मुद्दा उठा दिया। बीजेपी विधायकों का कहना था कि करप्शन पर जीरो टालरेंस की बात करने वाले नीतीश कुमार तेजस्वी यादव से इस्तीफा लें। इसी बीच बीजेपी विधायक लखींद्र पासवान पर माइक तोड़ने का आरोप लगा। विधानसभा अध्यक्ष ने तुरंत बीजेपी विधायक को दो दिन के लिए सदन की कार्यवाही से निष्कासित कर दिया। सदन से बाहर आकर विधायक ने भी अपनी बात मीडिया के सामने रखी। आइए जानते हैं बिहार विधानसभा में हुए माइक कांड की पूरी कहानी…
आज बीजेपी विधायक लखींद्र पासवान ने सदन में आंगनबाड़ी और सेविकाओं का मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर पूरक प्रश्न किया। उनके प्रश्न का जवाब समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने दिया। लेकिन विपक्ष उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ। इस पर पासवान कुछ बोलने के लिए खड़े हुए। तभी उनका माइक बंद कर दिया गया। इसके बाद जमकर हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष के लोगों ने आरोप लगाया कि बीजेपी विधायक ने माइक तोड़ दिया है। बीजेपी विधायक ने इससे इनकार किया, उन्होंने कहा कि वो माइक की लाइन जांच रहे थे। इधर बीजेपी विधायक के बर्ताव से विधानसभा स्पीकर खफा हो गए। उन्होंने लखींद्र पासवान के खिलाफ सदन की कार्यवाही से निष्कासन की कार्रवाई कर दी।