मामला प्रकाश में आया है कि मोतिहारी पताही प्रखंड के बाराशंकर पंचायत में मुखिया जी के द्वारा नाली का मरम्मती करवा रहे थे जिसमे नाली में जो ईंट बालु सीमेंट का जो मिश्रण का अनुपात है वह काफी घटीया तरह का पाया गया फिर मैंने पंचायत सचिव को फोन किया लेकिन उनका कोई ज़बाब नहीं मिला फिर पताही प्रखंड के बीडीओ को फोन किए लेकिन सभी सम्बन्धित अधिकारी का सरकारी मोबाइल नंबर बन्द बताया फिर हमने एसडीओ साहब को फोन किया और दोनो पंचायत के बारे में जानकारी दी तो वे दोनो पंचायत के काम का जायजा लिया और18.10.2022को जांच किए और 19.10.2022 को लेटर निकला
आपको बताते चलें कि समय समय पर हमारे संवाददाता अपने अख़बार के माध्यम से सरकारी विभाग एवं पंचायत राज के भिन्न भिन्न ग्राम पंचायत एवं समिति के अन्तर्गत कार्यों में व्याप्त भ्रष्टाचार का खुलासा करते आए हैं उन्हीं में से आज पूर्वी चंपारण, मोतिहारी के पताही प्रखंड के ग्राम पंचायत बाराशंकर में नाला निर्माण कार्य में जिसका निर्माण कार्य मुस्लिम मियां के घर से पैनी तक किया जाना बताया जाता है जिसकी लंबाई लगभग 950 मीटर बताई जाती है के कार्य में बिल्कुल घटिया दर्जे की ईंट एवं सीमेंट एवं भालू के मिश्रण का अनुपात की मात्रा भी बिल्कुल निचले दर्जे की रही है एक सवाल के जवाब में इससे संबंधित तकनीकी सहायक श्री रजनीश कुमार ने बताया कि उक्त योजना नाला मरम्मती योजना है जिसमें पंचायत समिति श्री अशोक कुमार मेहता का कार्य पर्यवेक्षन सुचारु रूप से नही कर रहे है। आपको बताते चलें कि एक और योजना जो कि बोकाने कला के वार्ड नंबर 09 में शव दाहगृह का निर्माण कार्य होना था उसके जांच स्थल पर तकनीकी सहायक श्री अखिलेश कुमार थे जिसके निर्माण कार्य में उच्च गुणवत्ता वाले ईंट का प्रयोग नहीं किया जा रहा है मीठापाड़ा वाला ईंट का प्रयोग नही किया जा रहा है जबकि मीठा पागवाला ईट का प्रयोग किया जा रहा है, निर्माण स्थल पर कुछ ईट के टुकड़े पाए गए जिसे पूछने पर पता चला कि ईंट के टुकड़ो का प्रयोग निर्माण स्थल पर कुछ ईंट के टुकड़े पाये गये जिसे पूछने पर पता चला कि ईंट के टुकड़ो का प्रयोग नींव बनाने के काम में किया गया है विभाग के तकनीकी सहायक का कहना है कि उनके अनुसार ऐसा प्रतीत होता है कि उक्त पंचायत सचिव श्री अनिल कुशवाहा उक्त कार्य का पर्यवेक्षन सही तरीके से नहीं कर रहे हैं एक अन्य सवाल के लिखित जवाब देते हुए सम्बन्धित विभाग के अधिकारी गण का कहना है कि उनके जांच प्रतिवेदन से यह प्रचलित होता है कि निर्माण कार्य में अनियमितता हो रही है इस सम्बन्ध में जिम्मेदार लोगों से विभाग के अधिकारीगणों ने इस अनियमितता का स्पष्टीकरण दो दिनों के अंदर मांगी गई है अधिकारियों ने यह भी कहा है कि स्पष्टीकरण समय पर एवं संतोषजनक नहीं होने पर आगे की कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी पूर्वी चंपारण मोतिहारी को संसूचित कर दिया जाएगा