पटना: विशेष निगरानी इकाई (स्पेशल विजिलेंस यूनिट) ने खान एवं भूविज्ञान विभाग के ओएसडी मृत्युंजय कुमारके विरुद्ध आय से अधिक सम्पत्ति जमा करने का मामला दर्ज किया है। शुक्रवार को एसवीयू ने उनके श्री कृष्णपुरी के आवास पर तलाशी अभियान शुरू किया और चल-अचल सम्पति का पता लगाया। तलाशी के दौरान आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया है।
मृत्युंजय कुमार बिहार प्राासनिक सेवा के पदाधिकारी है। वर्तमान में आप्त सचिव के पद पर माननीय खान एवं भूतत्व मंत्री के साथ पदस्थापित हैं। इससे पहले ये प्रखण्ड विकास पदाधिकारी के पद पर कटिहार जिला के कई प्रखण्डों में पदस्थापित रहे हैं। पहले ये अपर समाहर्त्ता, आपदा प्रबंधन, पटना के पद पर भी पदस्थापित रहे हैं।
एसवीयू द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति अनुसार, लोक सेवक के रूप में अपने पद का दुरूपयोग कर लोक सेवक काल (सेवा काल) में ज्ञात / वैध आय के स्रोत से काफी अधिक घनार्जन कर पटना एवं अन्य स्थानों पर स्वयं, सहोदर भाई धनंजय कुमार एवं महिला मित्र रत्ना चटर्जी (सेवा से बर्खास्त, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी) के नाम पर पटना में जमीन, फ्लैट, सिलीगुड़ी में दुकान के रूप में अचल संपति बनाए है। इस हेतु उन्होनें परिजनों/मित्रों तथा अन्य के माध्यम से मनी लाउड्रिंग (धनोधन) कर काले धन को सफेद बनाने का भी प्रयास किया है।
उन पर आरोप है कि सरकारी सेवा में रहते हुए उन्होंने नजायज ढंग से अकूत सम्पत्ति अर्जित की है जो कि उनके द्वारा प्राप्त वेतन एवं अन्य ज्ञात स्त्रोतो की तुलना में बहुत ही अधिक है। इसी आरोप पर उन पर आय से अधिक कुल रू० 1,73,04,922/- की संपत्ति गैरकानूनी और नाजायज ढ़ग से अर्जित करने के कारण एस.भी.यू. कांड संख्या-004 / 2021 u/s 13 (1) (b) r/w 13 (2)r/w 12 of PC Act 1988 and 120(B) of IPC दर्ज किया गया है, विज्ञप्ति में जानकारी दी गई है।
अभियुक्त के पटना स्थित आवास की तलाशी के दौरान यह पाया गया कि अभियुक्त चटर्जी अभियुक्त के साथ ही पटना स्थित उसके निवास पर नाजायज रूप रह रही है। कटिहार में चटर्जी के आवास से लगभग 30 लाख रूपया मिला है। तलाशी के दौरान यह पाया गया कि अभियुक्तों के खाते से मोटी रकम के अदान-प्रदान की गई है ताकि एक भ्रम की स्थिति पैदा हो सके और नजायज आमदनी को छुपाया जा सके। कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं।
एसवीयू के अनुसार, रत्ना चटर्जी रिश्वत लेते हुए ठाकुर गंज से रंगे हाथ गिरफ्तार हुई थी, जिस संबंध में निगरानी थाना काण्ड संघ-72/2011, दिनांक 20.09.2011 प्रतिवेदित है। विचारण के उपरांत चटर्जी (सी.डी.पी.ओ.) को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। बर्खास्तगी के बाद इनका देख रेख एवं इनके खर्च का वहन मृत्युंजय कुमार ही करते है। वर्तमान में ये धनंजय कुमार के घर के पास नया घर बनवा रही है, जिसका वहन भी मृत्युंजय कुमार द्वारा ही किया जा रहा है। रत्ना चटर्जी के नाम एक फ्लैट पावर हाउस रोड, वार्ड नं0-41, ज्योतिनगर, सिल्लीगुड़ी में है, जिसके खरीदने में भी मृत्युंजय कुमार ने अवैध कमाई से मोटी राशि भुगतान किया है।
तलाशी के दौरान एक फ्लैट सिलीगुड़ी में जिसकी कीमत 33 लाख है, कटिहार से एक प्लॉट रू० 3 लाख की, गोल्ड विस्कुट 30 अदद तथा Porn CD एवं अश्लील साहित्य बड़ी मात्रा में बदामद हुई है, जिसकी स्थानीय थाना में FIR दर्ज की गई है। पटना में लोयला स्कुल के नजदीक रू० 32 लाख की एक प्लॉट 3000 Sq. की भी सूचना है।
रत्ना चटर्जी के नाम सिलिगुड़ी, सेवक रोड में Planet Mall में एक दुकान है जिसकी संख्या- 28 है।
रत्ना चटर्जी के कटिहार आवास से तलाशी में 45 लाख मूल्य के जेवरात बरामद हुये है तथा 3 LIC की Policy मिली है जिसका प्रत्येक का मासिक Premium Rs 40,000/- है। कई बैंकों कि पासबुक भी बरामद हुई है जिसका अध्यतन हिसाब एक प्लॉट रू० 3 लाख की, गोल्ड विस्कुट 30 अदद तथा Porm CD एवं अश्लील साहित्य बड़ी मात्रा में बदामद हुई है, जिसकी स्थानीय थाना में FIR दर्ज की गई है। पटना में लोयला स्कुल के नजदीक रू० 32 लाख की एक प्लॉट 3000 Sq. की भी सूचना है।
रत्ना चटर्जी के नाम सिलिगुड़ी, सेवक रोड में Planet Mall में एक दुकान है जिसकी संख्या – 28 है।
रत्ना चटर्जी के कटिहार आवास से तलाशी में 45 लाख मूल्य के जेवरात (Jewllery) बरामद हुये है तथा 3 LIC की Policy मिली है जिसका प्रत्येक का मासिक Premium Rs 40,000 / – है। कई बैंकों कि पासबुक भी बरामद हुई है जिसका अध्यतन हिसाब बैंको से लिया जा रहा है।
अभियुक्त द्वारा अर्जित किए गए अग्रतर अनुसंधान में कई आपत्तिजनक एवं अवैध धनार्जन से सम्बन्धित जानकारी मिलने की संभावना है।