8 अक्टूबर को चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में 2023 विश्व कप के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ केएल राहुल की पारी पर गौतम गंभीर ने अपने अंदाज में टिप्पणी की है। इस मैच में राहुल ने 97 रनों की शानदार पारी खेलते हुए प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए थे। राहुल ने शानदार छक्का मारकर भारत को शानदार जीत दिलाई थी। भारत को जीत के लिए पांच रनों की जरूरत थी। राहुल ने गेंद को बेहतर टाइम किया और पैट कमिंस पर छक्का जड़ दिया।
शतक से चूकने पर राहुल थे निराश
भारत की जीत के बावजूद राहुल के चेहरे पर निराशा साफ झलक रही थी, और उनकी प्रतिक्रिया ने क्रिकेट प्रशंसकों का ध्यान अपनी ओर खींचा। हालांकि, गंभीर ने राहुल के मील के पत्थर से चूक जाने की किसी भी चर्चा को खारिज कर दिया और भारतीय क्रिकेटरों से आंकड़ों के प्रति लगाव खारिज करने की अपील की। उन्होंने इसे ही सबसे बड़ा कारण बताया कि भारत ने 10 वर्षों से कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती है। उन्होंने कहा, अगर आप 30, 40 या यहां तक कि 140 रन बनाते हैं, तो अंत में यह मायने रखता है कि टीम जीती या नहीं। मुझे लगता है कि आंकड़ों के प्रति हमारा जुनून सबसे बड़े कारणों में से एक है कि हम इतने सालों में आईसीसी टूर्नामेंट क्यों नहीं जीत पाए हैं।
गंभीर बोले, टीम का जीतना सबसे अहम
गंभीर ने कहा, मेरे लिए यह वास्तव में मायने नहीं रखता कि आप शतक बनाते हैं या आप कोई भी स्कोर बनाते हैं, टीम जीतनी चाहिए। अगर आप टीम को जीत दिलाने के लिए अंत तक टिके रहते हैं, तो यही मायने रखता है। आइए आंकड़ों को लेकर जुनून से छुटकारा पाएं। शतक बनाना मायने नहीं रखता, आप अपनी टीम को जीत दिला सकते हैं या नहीं, यह मायने रखता है।
मैच के बाद राहुल ने स्वीकार किया था कि वह शतक लगाना चाह रहे थे लेकिन उम्मीद जताई कि वह किसी और दिन ऐसा कर लेंगे। राहुल ने मैच के बाद प्रेजेंटेशन में कहा कि मैंने आखिरी शॉट बहुत अच्छे से मारा। मैं चार और छह के जरिए शतक बनाना चाहता था। उम्मीद है कि किसी और समय मैं इसे हासिल कर सकूंगा