समस्तीपुर/पटना, सोमवार को एलआईसी अभिकर्ताओं ने अपनी मांगों के समर्थन में हडताल की। उन्होने शाखाओं के नये कार्यो का बहिष्कार करते हुए आन्दोलन की चेतावनी दी है। सोमवार को बिहार के समस्तीपुर मुख्यालय में आजाद चौक स्थित एलआईसी कार्यालय के बाहर अभिकर्ताओं ने कार्य बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन किया। उन्होने बताया कि आज पूरे देश में भारतीय जीवन बीमा निगम के अभिकर्ता हड़ताल पर रहे। सभी ने प्रबंधन के खिलाफ एक साथ मिलकर शाखा में नये कार्याे का बहिस्कार किया। अभिकताओ ने कहा कि एलआईसी द्वारा जो काले कानून लाये गए हैं जब तक वे वापस नहीं लिए जाते तब तक साईलेंट तरीके से काम किया जायेगा। अभिकर्ताओं ने अपने घटे हुए कमीशन को पूर्व कि भाँति करने, पोलिसी धारक की पॉलिसियों पर बोनस बढ़ाने, बीमे की उम्र बढ़ाकर कम से कम 60 वर्ष करने, सीकेवाईसी को एलआईसी द्वारा करने, और आनंदा द्वारा बीमे का जो नाजायज दबाव बनाया जा रहा है उसको लागू न करने की मांग की। उन्होने मांगे पूरी न होने पर आन्दोलन जारी रखने की चेतावनी दी है।
गौरतलब हो कि भारतीय जीवन बीमा अभिकर्ताओ ने एलआईसी ऑफिस के सामने धरना दिया, जहां एलआईसी के नए नियम लागू होने से काफी आक्रोश दिखे, बताया गया कि मांगें पूरी नहीं होने तक हड़ताल करने का अल्टीमेटम दिया।
सोमवार को लाइफ इंश्योरेंस एजेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से एलआईसी दफ्तर के सामने धरना प्रदर्शन किया। इसके चलते सोमवार को पूर्ण विश्राम दिवस मनाकर कामकाज नहीं किया गया। एलआईसी के नए-नए नियम लागू होने से सभी एजेंट में आक्रोश है।
दरअसल कर्मचारियों की मांग है कि पॉलिसी में लगभग 10 प्रतिशत बढ़ा हुआ प्रीमियम वापस लिया जाए। न्यूनतम बीमा धन दो लाख से घटाकर पहले जैसे 1 लाख किया जाए। एंडोमेंट प्लान में अधिकतम आयु सीमा 50 साल से बढ़ाकर पहले जैसे 55 या अधिक की जाए। पॉलिसी नियमावली से क्ला बैक पूर्ण तरीके से समाप्त हो। कमीशन की रिकवरी कभी भी मंजूर नहीं है।
मांगें पूरी नहीं हुई तब तक करेंगे हड़ताल
बताया गया कि पूर्व में 55 साल तक का बीमा होता था उसे एलआईसी मैनेजमेंट ने 50 साल कर दिया है। और अब एजेंट कमीशन कम कर दिया गया। एक कानून लागू किया है। कोई पॉलिसी बंद करता है तो हमारे कमीशन की वसूली होगी। यह उचित नहीं है।