नई दिल्लीः आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा के रिजल्ट में कथित विसंगतियों के विरोध में बिहार में छात्रों ने प्रदर्शन किया। आक्रोशित छात्रों ने बुधवार को गया में एक ट्रेन में आग लगा दी। रेल मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि बिहार के आरा, गया, नवादा और सीतामढ़ी में छात्रों के आंदोलन से रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। केवल नवादा जिले में करीब 3 करोड़ रुपये की रेलवे संपत्ति को क्षति पहुंची है। बाकी जगहों को लेकर आकलन जारी है।
सूत्रों ने बताया कि बिहार में छात्रों के आंदोलन के दौरान अलग-अलग जगहों से 55 छात्र हिरासत में लिए गए हैं। कितने लोगों पर मामला दर्ज हुआ है इसकी जानकारी अब तक रेलवे को जिला प्रशासन से नहीं मिली है। नवादा से 32 छात्र हिरासत में लिए गए हैं जबकि जहानाबाद से 2 छात्र, सीतामढ़ी से 13 और गया से 8 छात्र हिरासत में लिए गए।
वहीं, 12 सरकारी कर्मचारी इस आंदोलन के दौरान घायल हुए। नवादा में घायल कर्मचारियों में आपीएसएफ के 2, आरपीएफ के 4, एक फायरमैन और जीआरपी के दो जवान घायल हुए हैं। सीतामढ़ी में पत्थरबाजी में जीआरपी के 3 स्टाफ घायल हो गए। सीतामढ़ी में छात्रों की तरफ से दो या तीन राउंड फायरिंग की भी खबर आई है। यहां, आर्म्स एक्ट में भी मामला दर्ज़ किया गया है। रेलवे राज्य सरकार और जिला प्रशासन के संपर्क में है।
रेलवे ने भर्ती परीक्षाओं की चयन प्रक्रिया को लेकर परीक्षार्थियों के हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बाद गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी (एनटीपीसी) और लेवल-1 की परीक्षाएं स्थगित करने का बुधवार को फैसला किया।
वहीं, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रदर्शनकारी छात्रों से सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने का आग्रह किया और उनकी शिकायतों के समाधान का आश्वासन दिया था।